Tuesday, March 29, 2011

कि आ जाये कोई पैगाम तेरा

जब रात को याद उनकी आती है
सितारों में तस्‍वीर उनकी नजर आती है
खोजती हैं निगाहें उस प्‍यारे पल को
याद में उसकी सुबह हो जाती है

इंतजार रहता है हर शाम तेरा
रातें कटती हैं लेकर नाम तेरा
मुददत से बैठे हैं यह आस लेकर
कि आ जाये कोई पैगाम तेरा।

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