Thursday, March 31, 2011

तुम्हारा चेहरा

इन आँखों में तिर आता है
तुम्हारा चेहरा ,
होटो की मुस्कराहट दिलो पर
उभरने लगता है ,
पर
आज भी उसे देखने ki चाह हो रही hai
इन आँखों को ।
समय के अन्तराल ने दुरिया ही ढाल दी .

एक ही आवाज

बे वक़्त घंटी बज उटती है
फ़ोन की
चाहे दिन हो या रात
एक ही आवाज गूंजती है
हरी ॐ हरी ॐ हरी ॐ
न जाने ये दर्द भरी आवाज इन्सान की है
या किसी देवता की

Tuesday, March 29, 2011

कि आ जाये कोई पैगाम तेरा

जब रात को याद उनकी आती है
सितारों में तस्‍वीर उनकी नजर आती है
खोजती हैं निगाहें उस प्‍यारे पल को
याद में उसकी सुबह हो जाती है

इंतजार रहता है हर शाम तेरा
रातें कटती हैं लेकर नाम तेरा
मुददत से बैठे हैं यह आस लेकर
कि आ जाये कोई पैगाम तेरा।

हर पल में

जिंदगी एक रात है
जिस में न जाने कितने खवाब हैं
जो मिल गया वो अपना है
जो टूट गया वो सपना है
ये मत सोचो कि जिंदगी में कितने पल हैं
ये सोचो कि हर पल में कितनी जिंदगी है

Wednesday, March 23, 2011

तन्हा हो कभी तो मुझको ढुँदना

दुनिया
से नही अपने दिल से पूछना,
आस पास ही कही बसे रहते है
यादों से नही
साथ गुज़रे लम्हो से पूछना..!!

ख़वाईश ही नही अल्फ़ाज़ की,
चाहत
को तो ज़रूरत है बस एहसास की,
पास होते तो मंज़र ही क्या होता,
दूर
से ख़बर है हुमए आपकी हर साँस की..!!

दिल जीत ले वो जिगर हम भी रखते
है
कतल कर दे वो नज़र हम भी रखते है
आपसे वादा है हुमारा हमेशा
मुस्कराने का,
वरना आँखो में समुंदर हम भी रखते