Wednesday, March 23, 2011

तन्हा हो कभी तो मुझको ढुँदना

दुनिया
से नही अपने दिल से पूछना,
आस पास ही कही बसे रहते है
यादों से नही
साथ गुज़रे लम्हो से पूछना..!!

ख़वाईश ही नही अल्फ़ाज़ की,
चाहत
को तो ज़रूरत है बस एहसास की,
पास होते तो मंज़र ही क्या होता,
दूर
से ख़बर है हुमए आपकी हर साँस की..!!

दिल जीत ले वो जिगर हम भी रखते
है
कतल कर दे वो नज़र हम भी रखते है
आपसे वादा है हुमारा हमेशा
मुस्कराने का,
वरना आँखो में समुंदर हम भी रखते

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